shiv chalisa lyrics in english with meaning - An Overview
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबी
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबी